![]() |
Add caption |
मैंने सुना गाँधी मर गया,
अरे ! नहीं, वो सो गया..
कुछ भी हो दिखता नहीं,
फिर वो किधर गया..
गर गाँधी मर गया तो,
कल कौन दिखा था मुझे,
एक बुड्ढा हड्डियो का ढांचा,
चेहरे पर मोटा सा चश्मा,
हाथ में लाठी का हथियार,
गीता की थामे पतवार,
वो कौन था ?
क्या कोई आंतककारी
या सत्ताधारी था,
क्रिक्केटर, अभिनेता
या धार्मिक संत था..
नहीं, नहीं शायद वो गाँधी था,
किन्तु अचानक पलक झपकते ही,
वो किधर गया ?
शायद देखकर,
हाल हिंदुस्तान का,
वो शरमा गया,
अपने राम राज्य से भागकर वो कंहा गया....?
गांधीजी मरे शारीरिक पर आचरण ,सन्देश यहीं छोड़ गए पर उनके मार्ग पर आज का कोई नेता नहीं आचरण करता
ReplyDeleteभ्रष्टाचार नहीं थे उस समय